संगठन के उद्देश्य
★. सभी राजकीय कार्मिकों के लिए 2004 से पहले की पुरानी पेंशन योजना बहाल करने के प्रयास करना।
★. संघ बिना चंदा रसीद के राज्य के समस्त प्रबोधको, शारीरिक शिक्षकों, वरिष्ठ शारीरिक शिक्षकों, अध्यापकों, वरिष्ठ अध्यापकों, व्याख्याताओं, प्रधानाध्यापको एवं प्रधानाचार्यों की समस्याओं का अध्ययन करना, सुझाव देना एवं निराकरण का प्रयास करना।
★. शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्य से मुक्त रखवाना एवं राजस्थान शिक्षा विभाग के समस्त शैक्षणिक व गैर शैक्षणिक कर्मचारियों के कल्याण हेतु योजनाओं का संचालन करना।
★. स्वच्छता, अपशिष्ट प्रबंधन यथासंभव अपशिष्ट पुनः उपयोग को प्रोत्साहन हेतु उप समिति गठित कर साफ सफाई के प्रति जागरूकता व प्रोत्साहन कार्य करना।
★. पर्यावरण संरक्षण, वृक्षारोपण और जीव संरक्षण हेतु कार्ययोजनाओं का क्रियान्वयन करना।
★. शिक्षा को बढ़ावा देने हेतु छात्रवृत्ति, पुरस्कार, प्रतियोगिता आदि कार्यक्रम संचालित करना एवं छात्रों के सर्वांगीण विकास हेतु चिंतन कर सुझाव देना।
★. भारतीय नैतिक मूल्यों व संस्कृति संरक्षण एवं राष्ट्रीयता की भावना जाग्रत कर राष्ट्रहित कार्यों में सहयोग करना।
★. सामुदायिक स्वास्थ्य सेवा और जनकल्याण के कार्य करना।
★. समितियों द्वारा कार्य योजना संचालित करना।
★. कला व साहित्य के क्षेत्र में उत्थान व प्रोत्साहन हेतु कार्य करना।
★. प्राकृतिक, इतिहास, संकलन, आध्यात्मिक, दार्शनिक एवं वैज्ञानिक चिंतन को प्रोत्साहन देना।
★. वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करना व वैज्ञानिक शोध व आविष्कारों को प्रोत्साहन देना।
★. समाचार पत्रों व साहित्य प्रकाशन कर लेखकों को प्रोत्साहित करना।
★. नागरिकों में अपने कर्तव्यों के निर्वहन में दृढ़ता और प्रतिबद्धता का भाव विकसित करना।
★. प्राकृतिक आपदा, महामारी या किसी संकटकालीन स्थिति में नागरिक सेवाएं प्रदान करना।
★. गरीब व जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के प्रयास करना।
★. राज्य में सभी वर्गों (कैडर) के शिक्षकों की कठिनाइयों के निराकरण हेतु प्रयत्नशील रहना और न्यायोचित एवं वैधानिक मार्ग द्वारा उनके सम्मान एवं अधिकारों की रक्षा करना।
★. राज्य में समता, सहकारिता एवं स्वावलंबन व रोजगारपरक शिक्षा प्रणाली का अन्वेषण व कार्यान्वित करना।